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11 Sep 2022 02:36 PM

रोए बहुत है तुझे याद कर करके।
पहले जैसे क्यूं नहीं बन जाती मेरी वाली।
क्यों रहती हो अब लोगो से डर डर के।
जाना आंटी के घर दो मिनट ही बाते करना।
सुकून दिल को मिलता था जा रही हूं बाद में फोन करूंगी कहकर रखना।
फिर आती थी जब रात को खाना देने अपने दादी को।
वीडियो कॉलिंग करके करती थी बातें भले कुछ ही पल सलाम करता हूं पुरानी वाली उस दीप्ति जज्बाती को।

Miss Old Time/ back time Deepti 2020/21

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11 Sep 2022 05:29 PM

कौन है आप ऐसा क्यो कह रहे क्या हुआ 🙏🙏🙏🙏

11 Sep 2022 05:47 PM

तेरी पहली सोच पहली पसंद है हम।
तेरी मुस्कुराहटों से मिलती ऊर्जा हमे।
तेरे दिल के पासवर्ड में बंद है हम।
जब बुलाना चला आऊंगा तेरे ख्वाबों में।
बनकर परछाई हर पल तेरे संग है हम।

12 Sep 2022 12:14 PM

बहुत ही खूबसूरत शायराना अंदाज़ है आपका 🙏🙏🙏

12 Sep 2022 07:21 PM

जुबान ने पढ़ा है आपकी पंक्तियों को दिमाग ने समझा है और सीधे दिल ने महसूस किया है।
सच्ची कहे तो आप पर दिल आ गया है मेरे लफ्ज़ आपके हुनर के लिए कम पड़ गया है।

❣️❣️❣️❣️❣️🥰

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