Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Jul 2022 11:15 PM

गजल प्रस्तुत की आपने
बहुत शानदार है,
एक जगह पर त्रुटि है
दुरुस्त करें.
जैसे मुश्किलों से *जीतकर

You must be logged in to post comments.

Login Create Account

जी बहोत बहोत शुक्रिया आपके सुझाव के लिए वैसे तो वहाँ हारकर होना चाहिए पर वो उपहासात्मक है जीतकर भी सिकंदर नही मानते हम सिर्फ अपने जिद में इँसा का खून बहाया है

Loading...