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भाई पढ़ते पढ़ते आपके गझल को हम गुनगुनाने लग जाते है आपके पास तो अल्फाज़ो का जखीरा है । इस गझल के बारे में क्या कहूँ इतने खूबसूरती से लफ्ज़ो को पिरोया है जबरदस्त

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26 Jul 2022 12:08 PM

आपका बहुत बहुत शुक्रिया।

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