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ताजभाई आप मेरे गुरु हो मैंने जब साहित्यपिडिया पर कदम रखा सबसे पहले मैंने आपको पढ़ा है आपसे सीखा है पर आपने यह गझल लिखकर मुझे आपने ऋणी बनाया है अभी मैं ये क़र्ज़ जिंदगी भर नही चूका पाउँगा ना मेरे पास लब्ज़ बचे ना शब्द सिर्फ आँखों में आँसू है।अब कैसे धन्यवाद आभार शुक्रिया thanks कहु ये सब बहोत छोटे लब्ज़ है जी मैं नहीं कह पाउँगा कुछ भी दिल भरा है आँखे नम है जी

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14 Jul 2022 11:36 AM

ये आपका अच्छापन है। वर्ना मैं इस काबिल कहां हूं। पर दिल से आपको पसंद करता हूं ये हकीकत है।

14 Jul 2022 02:03 PM

ट्रेंडिंग में आ गई देखा आपका जादू।

क्या बात है मान गए गुरु हो आप भाई पर कमाल लिखा है 40 बार पढ़ा हूँ

14 Jul 2022 05:05 PM

सच में। आपकी की दुआएं है बस वर्ना बंदा किस काम का।

क्या मजा ले रहे हो जी आप GR8 हो

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