'अशांत' शेखर
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6 Jul 2022 09:04 PM
बहोत बहोत बहोत बहोत बहोत दिल की गहराई से शुक्रिया आदाब धन्यवाद आभार
अभी और बाकि है अच्छी वाली कलम से पैदा होने की है
भाई भाई आपने तो आग लगा दी sahityapidiya पर बहुत ही जबरजस्त ग़ज़ल हम तो सपने में भी ऐसा नहीं लिख सकते है। बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत बहुत ऊंचे लेवल की गज़ल लिखी है आज आपने।