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पद्मा सचदेव जी को सहस्त्र नमन ?

न जायते म्रियते वा कदाचि- न्नायं भूत्वा भविता वा न भूयः।
अजो नित्यः शाश्वतोऽयं पुराणो- न हन्यते हन्यमाने शरीरे ॥

ॐ शांति, ॐ शांति, ॐ शांति ?

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