ओनिका सेतिया 'अनु '
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2 Aug 2021 11:22 PM
धन्यवाद जी
बहुत ही सुन्दर प्रस्तुति, आज के दिनों में मनुष्य अपने जीवन को सुखी पूर्वक व्यतीत करने के लिए कई प्रकार के क्रिया-कलापों से गुजरता है, फिर भी उसे संतुष्टि नहीं मिलती। महान संत कवि कबीरदास जी ने ठीक ही कहा है – “एक साधे सब सधे—-” उनके इस कथन को किया जाए, कोई भी मनुष्य नहीं भटकेगा।