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31 Jul 2021 09:09 PM

बहुत सुंदर संदेश देती आपकी ये काल्पनिक लघुकथा । संदेश :- सुख और दु:ख जीवन में साथ-साथ चलने वाले दो पहलू हैं। मगर इसका परिमाण अनिश्चितता भरे जीवन में कम या ज्यादा कभी भी हो सकता है। इसके लिए किसी व्यक्ति विशेष या किसी परिवार को सदैव ही तैयार रहना चाहिए । ज़िंदगी केवल सुख की गारंटी नहीं है कि हर पल किसी को जीवन में सुख का ही दीदार होता रहे और दु:ख कभी भी उसकी ज़िंदगी में आसपास फड़केे भी नहीं !
इसीलिए हर मनुष्य को अपने जीवन में कर्तव्य पथ पर चलते हुए सदैव हर तरह की सहन शक्ति खुद में जागृत करते हुए हिम्मत व धैर्य से व अपनी तीक्ष्ण बुद्धि से काम लेना चाहिए और तदनुसार ही कोई अगला निर्णय करना चाहिए
बहुत सुंदर काल्पनिक दृश्य मन में प्रतिबिंबित करते हुए उसे अपनी लेखनी में सजाया है आपने
इस लघुकथा के रूप में, बहुत सुंदर संदेश देने में कामयाब हुई है ‌‌‌‌। अति सुंदर सृजन ! ??

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31 Jul 2021 09:45 PM

Dhnywad sir

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