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कुण्डली के अनरूप इसकी मात्रा सही नही है आदरणीय।
कुण्डलीया दोहा और रोला से रचित ६ पंक्तियों कि रचनात्मक छंद है जिसमें १हली और २सरी पंक्ति दोहा तथा ३सरी, ४थी, ५वी और ६टवी रोला स्वरूप मात्रा भार लिए होती है।। ?

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