आदरणीया प्रणाम! कलम में बहुत शक्ति है,
कलमकार करता जिसकी भक्ति है,
कहां नहीं जाती कलम की दृष्टि,
जहां जहां तक सृष्टि है।
*एक आग्रह प्रतियोगिता में मेरी रचना लिखे थे खत हमने तो हजार का अवलोकन करने की कृपा करें अच्छी लगे तो वोट देकर अनुग्रहित करें धन्यवाद, प्रणाम।
आदरणीया प्रणाम! कलम में बहुत शक्ति है,
कलमकार करता जिसकी भक्ति है,
कहां नहीं जाती कलम की दृष्टि,
जहां जहां तक सृष्टि है।
*एक आग्रह प्रतियोगिता में मेरी रचना लिखे थे खत हमने तो हजार का अवलोकन करने की कृपा करें अच्छी लगे तो वोट देकर अनुग्रहित करें धन्यवाद, प्रणाम।