Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

अत्यन्त प्रभावी प्रस्तुति, मनसीरत जी..! आपसे विनम्र अनुरोध है कि मेरी रचना “कोरोना” को तो हरगिज़ है अब ख़त्म होना ” ,जो कि काव्य प्रतियोगिता मेँ भाग ले रही है, पर भी दृष्टिपात करने की कृपा करें एवं यदि रचना पसन्द आए तो कृपया वोट देकर कृतार्थ करें..!
साभार.।आपको नव वर्ष की हार्दिक शुभकामनाएँ…!???

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...