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31 Dec 2020 05:07 PM

जीवन दर्शन प्रस्तुति! सामान्य नागरिकों को इन्ही कसोटियों पर से रुबरु होकर जीने का प्रयास करना पड़ता है! सफलता उसके प्रारब्ध पर निर्भर करती है, असफलता उसे जुझने का हौसला या बिखरने की राह के सम्मुख खडी कर देती है,बस यहीं उसे एक सहारे की दरकार रहती है और समर्थ के सामने पुण्य का अवसर, चुनाव दोनों के को करना है!समय प्रतिक्षा नहीं करता परिक्षा अवश्य लेता है! सादर नमस्कार श्रीमान श्याम सुंदर जी,नव वर्ष की मंगलमय कामनाओं सहित।

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1 Jan 2021 06:52 AM

नववर्ष की शुभकामनाओं सहित धन्यवाद !

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