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सुंदर प्रस्तुति !
आपकी प्रस्तुति के भावों को मैंने कुछ इस तरह प्रकट किया है :

दो पल ज़िंदगी के हंसी खुशी गुज़र जाऐं ,
कुछ दिल से दिल के तार जुड़ें ,
कुछ आंखों आंखों में बातें हो जाऐंं ,
कुछ तम़न्नाओं का इज़हार -ए – एहसास हो ,
कुछ अरमान दिलों के निकल जाऐं ,

श़ूक्रिया !

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30 Dec 2020 10:11 AM

Ty g

धन्यवाद !

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