Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

जैसे कि…..
—————————————
“किसी धर्म से मेरा बैर नहीं पर
कुछ बात जरूरी है कहना !…
सच्चाई का जिनको बोध नहीं,
ये ज्ञान उन्हीं में है भरना !!१!!…
—————————————
“हिन्दू मुस्लिम हो या सिख ईसाई ,
इस बात का मुझको फर्क नहीं !…
जननी की पूजा मत करना ,
किस धर्म ने ऐसी बात कही ?२!!…
—————————————
“अरे याद करो वो आज़ादी जो ,
वन्देमातरम् बोल के हर बंदा!…
भगत अशफाक और राजगुरु ,
जब चूमे थे फांसी का फंदा!!३!!…
—————————————
“अंतिम शब्द उनके प्राणो से ,
भारत माता की जय था निकला !…
आज़ाद मुल्क में पैदा हो कर,
तुम्हे इसका मोल है क्यों खलता !!४!!…
—————————————
“यहाँ की रोटी खा कर भी ,
तुम में तिरंगे का सम्मान नहीं !…
धिक्कार है ऐसे लोगो पे ,
जिन्हें भारत पे अभीमान नही !!५!!…
—————————————
“पिला रहे हैं दूध साँप को ,
क्यों आँख बंद कर बैठे हैं !…
भारत में रहके भी गली गली ,
छोटा पाकिस्तान बनाये बैठे हैं !!६!!…
—————————————
“आ जाओ अब होश में सारे,
समाज में जहर फैलाये फिरते हैं!…
नामो निशान मिटा देंगे वरना ,
ये बात शान से कहते हैं !!७!!…
—————————————
“या तो अपनी हद में रहकर ,
तुम भारत का सम्मान करो !…
यदि नहीं रह सकते हद में तो ,
भारत सीमा से प्रस्थान करो !!८!!…
—————————————

Loading...