Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Sep 2020 06:02 PM

वाह, व्यवस्था पर सवाल उठाते आपके यह शब्द भाव! और भावनाओं के मर जाने से उस पर विलाप करने वालों के चिंतन का खोखलापन, बहुत ही मार्मिक चित्रण है। सादर

You must be logged in to post comments.

Login Create Account
Loading...