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27 Aug 2020 01:34 PM

आज के परिवेश में ऐसा भी होता है, पढ़-सुन कर आश्चर्य होता है, इस घटनाक्रम को किस तरह लिया जा सकता है,यह भी दिलचस्प है, फिर भी इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि कभी कोई व्यक्ति गल्ती से गलत कर दे, और फिर उसका परिमार्जन करना चाहे तो उसे वह अवसर मिलना चाहिए। रोचक प्रसंग के लिए आभार,सादर नमस्कार।

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27 Aug 2020 06:12 PM

धन्यवाद !

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