Shyam Sundar Subramanian
Author
29 Jul 2020 11:46 PM
धन्यवाद!
विवश देख रही है उड़ते स्व जीवन प्राण को,
हो पालनहार कहाँ तू! घुट घुट मरता संतान जो ।
शत् प्रतिशत सत्य प्रस्तुति ।
धन्यवाद!