अनिल मिश्र
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25 Jul 2020 01:26 PM
अनंत आभार भाई
अनंत आभार भाई
कटाक्षों से भरपूर, संदेश एवं जिसकी सरपरस्ती में रह कर उसी को डसने का उपालंम्भ इस रचना में दृष्टि गोचर हो रहा है!मिश्र जी