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अतिसुंदर !

शांत लगता ज्वालामुखी हूं मेरे अंतः में भावनाओं का लावा धधक रहा है।
मेरे अस्तित्व को ना छेड़ो भावनाओं का वेग जब उभरेगा तब मेरा विनाशकारी रूप समस्त पापों का विनाश करके छोड़ेगा।

धन्यवाद !

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