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5 Jul 2020 05:33 PM

जिसे महसूस किया जा सकता है किन्तु अभिव्यक्त नहीं किया जा सकता,उसी को पिरो कर प्रस्तुत करते हुए यह शब्द, बहुत कुछ कह रहे प्रतीत हो रहे हैं, बहुत सुंदर भाव है श्रीमान।

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