जी मैथिली साहित्य का सामान्य उपमा को अगर हिंदी साहित्य में अनुवाद करें तो भाव हास्य में बदल जाता है। अभगला ,फटीचर,लुच्चा,इत्यादि शब्द मैथिली में गाली है किन्तु इस गाली में भी सौंदर्य छुपा है !जो चित को आनंदित करता है मज़ा आता है।
जी मैथिली साहित्य का सामान्य उपमा को अगर हिंदी साहित्य में अनुवाद करें तो भाव हास्य में बदल जाता है।
अभगला ,फटीचर,लुच्चा,इत्यादि शब्द मैथिली में गाली है किन्तु इस गाली में भी सौंदर्य छुपा है !जो चित को आनंदित करता है मज़ा आता है।