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तेरी ज़ुल्फों से जुदाई तो नहीं मांगी थी।
कैद मांगी थी रिहाई तो नहीं मांगी थी।
मैंने क्या जुर्म किया आप खफा हो बैठे।
प्यार मांगा था खुदाई तो नहीं मांगी थी।
मेरा हक था तेरी आंखों की छलकती मय़ पर।
चीज अपनी थी पराई तो नहीं मांगी थी।
अपने बीमार पर इतना भी स़ितम ठीक नहीं।
तेरी उल्फ़त में बुराई तो नहीं मांगी थी।

श़ुक्रिया !

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vasu Author
4 Jun 2020 12:24 PM

शुक्रिया आपका ?

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