धीरज कुमार "ध्यानू"
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20 May 2020 11:48 PM
क्या बात है…..बहुत ख़ूब
तनहाई में तेरी यादों की चमक लिख दू
आ अपने होठो से तेरे होठों पे एक ग़ज़ल लिख दू