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17 May 2020 04:20 PM

जी बेहतरीन रचना??

परन्तु कविताएँ जनता को जागरूक करने के लिए लिखी जाती हैं या मन के भावों को व्यक्त करने के लिए।
इस टिप्पणी के लिए छमाप्रार्थी हूँ

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17 May 2020 10:56 PM

आजकल लाखों कवि पैदा हो गये हैं सोशल मीडिया पर.. सभी लिखेंगे बस तो क्या ही अर्थ है अगर हम कुछ जमीनी तौर पर नहीं करते

18 May 2020 06:59 AM

जी बिल्कुल सही कहा आपने practicly तो कोई भी नही करता।

Because हर काम हर किसी के बस की बात नही अपितु जिसका जो कर्तव्य है वो वहिं करता है dr का काम इलाज करना है वो करता है।
टीचर का काम पढ़ाना है वो पढ़ाता है पर इसका मतलब ये कभी नही की ये दोनो हर काम कर सकते हैं।

ठीक वैसे ही कवि का काम मन मे शक्ति पैदा करना है ताकि वो बाहरी जंग लड़ सके और उसपर खरा उतर सके

इस टिप्पणी के लिए भी माफी दोस्त

18 May 2020 10:04 PM

ha.. likh kar kavi tamga lgakar bach jana aasan hai…agar mauto pr kala dikhna kavi ka adhikar h to lanat h esi kala par

18 May 2020 10:18 PM

जिस प्रकार आप बोल रही हैं कि मौत पर लिखना अगर कला है तो धिक्कार है ऐसी कला पर तो दोस्त मैं आपको बता दूँ की अगर ये गलत हैं तो महाभरत में कितने लोग मरे फिर भी उसे लिखा गया वो भी स्वयं भगवान विष्णु द्वारा इस हिसाब से तो वो भी गलत हुआ।

रामायण में इतने लोग मरे फिर भी वाल्मीकि जी ने उसे लिखा मतलब वो भी गलत है।

उम्मीद है इस कथन से आप समझ जाएंगी की आपकी ये सोच गलत है दोस्त

22 May 2020 11:46 AM

are bhai kaha ki tulna ap kaha kar rahe hai… durghatna pe likha jana galat ni.. agar sarthak tarike se likhe.. baki ajkl kavi kahlane ke swarth me log kala or majdoor ki bebasi dono ka hi majak uada rahe h… sach to yahi h mere bhai..

22 May 2020 11:56 AM

apki tulna bilkul wesi hai jese modi ji or rahul gandhi ki… khair ap fb par padhiye kese kavita ke naam par kuch bhi majdooro ki dukhad photo ke sath chipkaya jata h…

22 May 2020 11:58 AM

apne tark ko sahi karne ke chakkar me ap jyada hi Overthink kar liye

22 May 2020 01:54 PM

दोस्त देखो कुछ लोग हैं जो इन दुर्घटनाओं को गलत पेश कर रहे हैं
आप कुछ को कहती तो मुझे बुरा नहीं लगता पर आपने सभी कवियों को गलत कहा अपनी रचना में इसलिए बोला

दूसरी बात अभी आपने फिर कहा दुर्घटना पर लिखना गलत है तो ज़िन्दगी में mostly दुर्घटनाएं ही होती हैं और अगर दुर्घटनाओं पर लिखना छोड़ दिया जाए तो लोगों को जागरूक कैसे करेंगे ।

और फिर वेसे भी जब कोई चीज़ किसी को पसन्द नही होती तो वो उसमे कमियाँ निकालता है।
जैसे कि आपने आपने ख़ुद को कहा कि आप कवि नही है इसलिए आपने कवियों पर ये व्यंग किया

22 May 2020 01:56 PM

और सही मायने में यहिं है दोस्त की आज हम जो भी पढ़ते हैं किताबों में वो सब पुराने समय या इतिहास में हुई दुर्घटनाएं ही होती हैं और अगर उन दुर्घटनाओं के बारे में न लिखा जाता तो आज हम अशिक्षित होते

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