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जीवन बीता पटरी पटरी।
रीति नीति की कर रखवारी ।
जोड़ तोड़ से न की यारी ।
उसकी कैसे आए बारी।
पर सिद्धांत बहुत जीवन में ।
यही सब पर पड़ता भारी ।

बहुत बढ़िया ।
बहुत शुक्रिया जी ।

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13 May 2020 11:49 AM

बहुत सुंदर
आपकी बहुमूल्य टिप्पणी के लिए बहुत बहुत धन्यवाद।

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