Bhupendra Rawat
Author
6 May 2020 12:29 PM
बहुत खूब सर वाह शुक्रिया
तेरी यादों के सहारे अब तक ज़िदा हूँ ।
वरना मैं कब का फ़ना हो गया होता।
श़ुक्रिया !