जिंदगी के सफर में जब तुम खाओगे ठोकर कभी । तब संभलने के लिए मेरी बाहों का सहारा पाओगे तुम वहींं । श़ुक्रिया !
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Thanks
जिंदगी के सफर में जब तुम खाओगे ठोकर कभी । तब संभलने के लिए मेरी बाहों का सहारा पाओगे तुम वहींं ।
श़ुक्रिया !