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सांसों के तार पर धड़कनों की ताल पर गूंजता है हृदय में तेरे प्रेम का संगीत।
तुझसे जुदा रह कर कैसे रह पाऊंगी एक पल भी मैं तुम बने रहो सर्वदा मेरे मनमीत।

धन्यवाद !

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23 Jan 2020 10:57 AM

बहुत खूब ?

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