आशीष गुर्जर पटेल
Author
20 Jan 2020 08:09 AM
बहुत बहुत शुक्रिया
अद्वितीय रचना।
आपकी प्रस्तुति में सामयिक व्यंग के पीछे छुपे दर्शन की मैं प्रशंसा करता हूं ।
प्रयास का साधुवाद !