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गर पहचान सको कि श़फ्फाक चेहरों पर भी बोलती हैं शैतानी निग़ाहें ।
जिन्हें तुम अज़ीज़ समझते हो वो लिए बैठे हैं तुम्हारी कब्र खोदने का सामान।
श़ुक्रिया !

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