आपका विश्लेषण युक्त लेख सामयिक संदर्भ में उत्प्रेरक है ।
जहां तक मेरा विचार है कि नेतृत्व और प्रबंधन एवं अनुपालन परिस्थितियों पर निर्भर करता है।
हमारे जनसाधारण में दो प्रकार के व्यक्तियों का समावेश होता है।
एक जिनमें में नेतृत्व और प्रबंधन की प्रतिभा होती है।
और दूसरे जिनमें एक सफल नेतृत्व और प्रबंधन के अनुपालन की दक्षता होती है ।
इस तरह की भिन्नता जन्मजात पैतृक गुणों से आती है।
अतः कुशल नेतृत्व एवं प्रबंधन का ज्ञान व्यक्ति विशेष की प्रतिभा का आकलन करके दिया जाना आवश्यक है ।
अनुपालन मे दक्षता लाने हेतु व्यक्ति विशेष की सोच मे बदलाव लाकर उसे समुचित प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करना आवश्यक है।
धन्यवाद !
आपका विश्लेषण युक्त लेख सामयिक संदर्भ में उत्प्रेरक है ।
जहां तक मेरा विचार है कि नेतृत्व और प्रबंधन एवं अनुपालन परिस्थितियों पर निर्भर करता है।
हमारे जनसाधारण में दो प्रकार के व्यक्तियों का समावेश होता है।
एक जिनमें में नेतृत्व और प्रबंधन की प्रतिभा होती है।
और दूसरे जिनमें एक सफल नेतृत्व और प्रबंधन के अनुपालन की दक्षता होती है ।
इस तरह की भिन्नता जन्मजात पैतृक गुणों से आती है।
अतः कुशल नेतृत्व एवं प्रबंधन का ज्ञान व्यक्ति विशेष की प्रतिभा का आकलन करके दिया जाना आवश्यक है ।
अनुपालन मे दक्षता लाने हेतु व्यक्ति विशेष की सोच मे बदलाव लाकर उसे समुचित प्रशिक्षण देने की व्यवस्था करना आवश्यक है।
धन्यवाद !