इतने जख्म खाए हैं कि मरहम लगाते थक गया हूं। एक नजर तुम्हारी मुझ पर हो जाए तो कुछ सुकून आ जाए। श़ुक्रिया !
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सुंदर
इतने जख्म खाए हैं कि मरहम लगाते थक गया हूं।
एक नजर तुम्हारी मुझ पर हो जाए तो कुछ सुकून आ जाए।
श़ुक्रिया !