दफ़़्न है ईम़ान यहां फैली चारों तरफ हैव़ानिय़त है। कफ़स में कैद सिस़क़ती यहां इंसानिय़त है। श़ुक्रिया !
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दफ़़्न है ईम़ान यहां फैली चारों तरफ हैव़ानिय़त है।
कफ़स में कैद सिस़क़ती यहां इंसानिय़त है।
श़ुक्रिया !