सुखविंद्र सिंह मनसीरत
Author
3 Jan 2020 01:46 PM
आभार
आभार
ऱश्क होता है मुझे उड़ते परिन्दों से कि वो ऊँची उड़ान के लिए किसी के मोहताज़ नही होते ।
श़ुक्रिया बेहतरीन प़ेशकश़ !