सत्यमेव जयते एक परिकल्पना बनकर रह जाती है।जिस समाज मे भ्रष्टाचार और झूठ का बोलबाला हो। समाज के दोहरे मापदंड इसे और बढ़ावा देते हैं। आपके उद् गार प्रशंनीय हैं।
You must be logged in to post comments.
सत्यमेव जयते एक परिकल्पना बनकर रह जाती है।जिस समाज मे भ्रष्टाचार और झूठ का बोलबाला हो।
समाज के दोहरे मापदंड इसे और बढ़ावा देते हैं।
आपके उद् गार प्रशंनीय हैं।