यही होता है जमीन लोकल लोगों की होती है और मजदूर इन्हे बाहर का चाहिए होता है।हमारे यहां भी औरंगाबाद में एक सीमेंट का प्लांट है वहां पर लोकल लोग लड़ते लड़ते परेशान है पर वहां की मैनेजमेंट सुनती ही नहीं है। Cpiml के साथ मिलकर बहुत बड़ा आंदोलन हुआ तो कुछ लोगो को रखने को तैयार हुआ
यही होता है जमीन लोकल लोगों की होती है और मजदूर इन्हे बाहर का चाहिए होता है।हमारे यहां भी औरंगाबाद में एक सीमेंट का प्लांट है वहां पर लोकल लोग लड़ते लड़ते परेशान है पर वहां की मैनेजमेंट सुनती ही नहीं है। Cpiml के साथ मिलकर बहुत बड़ा आंदोलन हुआ तो कुछ लोगो को रखने को तैयार हुआ