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In reply to Dinesh Chandra Pathak
19 Jan 2019 09:46 PM

आपने इस प्रतियोगिता के सभी नियम एवं शर्तें मानकर ही अपनी रचना इसमें शामिल की है। इस रचना को हमारे संग्रह में प्रकाशित करने का अधिकार आप हमें दे चुके हैं। इस एग्रीमेंट को सिर्फ आपके कह देने से बदला नहीं जा सकता।

जब आपको प्रशस्ति पत्र मिल चुका है और पुस्तक प्रकाशन के लिए जा चुकी है फिर आप ऐसी बात कह रहे हैं। यह नैतिक नहीं है और हमारे नियमों का उल्लंघन है।

आपकी रचना को अपने संग्रह में प्रकाशित करने का हमारे पास पूर्ण अधिकार है। लेकिन हमारी सम्पादकीय टीम ने यह निर्णय लिया है कि आपकी रचना को प्रतियोगिता और संग्रह से हटा दिया जाये।

इसलिए इस प्रतियोगिता से आपकी रचना डिसक्वालिफाई की जाती है। इस प्रतियोगिता में आपको मिला प्रशस्ति पत्र भी निरस्त किया जाता है। अब उसकी कोई वैधता नहीं है।

साथ ही साहित्यपीडिया से आपको ब्लॉक किया जा रहा है। भविष्य में साहित्यपीडिया के किसी भी समारोह/कार्यक्रम में आप भाग नहीं ले सकते।

साहित्यपीडिया में हमारा सदैव यही प्रयास रहता है कि रचनाकारों के प्रोत्साहन के लिए नए नए कार्यक्रम करते रहें। लेकिन उन कार्यक्रमों को सफलतापूर्वक तभी किया जा सकता है जब सभी लोग नियमों का पालन करें और नैतिकता बनाये रखें।

धन्यवाद।

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