Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
In reply to jameel saqlaini
20 Jul 2016 11:16 AM

सर सोंच इंसान से कुछ भी करा सकती है । मै अरूज का बलकुल भी जानकर नही हु । पर दैव प्रभाव से कुछ लिख लेता हूँ। ये दो बहर में कहना मेरे लिए बिलकुल कठिन नही था अगली एक रचना की कोशिस कर रहा हूँ जो चार बहर 3 काफिया 3 रदीफ़ निभा रही है । आप सभी का आशीर्वाद रहा तो जल्द गजल की बिधा का रंग देकर आप के समक्ष पेश करूँगा

Loading...