आपकी रचना पढ़ी बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने अतः आपको अपना वोट देता हूँ। परन्तु कुछ त्रुटि सुधार करें तो उचित होगा। जैसे उडते को उड़ते करें ,हदय को हृदय करें,तार-तार लिखें ,साज को साज़ लिखें ,जज्बातों को ज़ज्बातों लिखें ,मुस्किलों को मुश्किलों लिखें , ,इसे अन्यथा न लें ! स्नेह ‘एकलव्य’
आपकी रचना पढ़ी बहुत ही सुन्दर लिखा है आपने अतः आपको अपना वोट देता हूँ। परन्तु कुछ त्रुटि सुधार करें तो उचित होगा। जैसे उडते को उड़ते करें ,हदय को हृदय करें,तार-तार लिखें ,साज को साज़ लिखें ,जज्बातों को ज़ज्बातों लिखें ,मुस्किलों को मुश्किलों लिखें , ,इसे अन्यथा न लें ! स्नेह ‘एकलव्य’