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माँ को समर्पित एक उत्कृष्ट रचना। एक शब्द अपने आप में कितना विराट है।

शुभकामनाऐं।

VOTED.

अमित जी रचना में दो संशोधन कीजिये –

1. नही= नहीं

2. जगत = जगत्

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15 Nov 2018 07:11 AM

धन्यवाद जी !!! त्रुटि बताने के लिए एक बार और धन्यवाद !!!

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