वाह! लाजवाब मार्मिक व हृदयस्पर्शी रचना।। पर मान्यवर अंतिम पलों में कुछ अधूरा सा रह गया। माननीय अन्यथा न ले तो इसे थोड़ा औऱ विस्तृत करें।।?।।
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धन्यवाद आदरणीय,इस प्रतियोगिता में २० पंक्तियों की सीमा है यदि आप मेरी विस्तृत रचनाएं पढ़ना चाहतें हैं तो मेरे चर्चित ब्लॉग ‘एकलव्य’ पर प्रस्थान करें ! सादर ‘एकलव्य’
अवश्य ही पढ़ना चाहूँगा।।
वाह! लाजवाब मार्मिक व हृदयस्पर्शी रचना।।
पर मान्यवर अंतिम पलों में कुछ अधूरा सा रह गया।
माननीय अन्यथा न ले तो इसे थोड़ा औऱ विस्तृत करें।।?।।