महाशय, मुझे किसी नाम-यश, पुरस्कार की कामना नहीं | मैं सम्पूर्णता में विश्वास करता हूँ |
सम्पूर्णता को कैसे बीस पंक्तियों में आबद्ध किया जा सकता है | यहाँ साहित्य गौण है | हर दिशा में पुरजोर वोट की खोज चल रही है | कुछ देकर ले रहें हैं और कुछ लेकर दे रहें हैं | सारा लेन-देन ईमानदारी के साथ हो रहा है | गुणवत्ता को लेकर किसी को कोई शिकायत नहीं है | समझ और साझेदारी बहुत ही उच्चकोटि की है | प्राप्त वोटों की संख्या से रचनाओं की गहराई को मापा जायेगा | साहित्य पीडिया को विश्वास है की इस प्रतियोगिता से पंत, प्रसाद, निराला, महादेवी वर्मा, बच्चन, नागार्जुन, दिनकर, मैथिलि शरण गुप्त, माखन लाल चतुर्वेदी सरीखे रचनाकारों का आगमन होगा | इसीलिए वह इस पुण्य कार्य में साक्षी भाव से लगी हुई है | कुछ कवि, महाराज त्रिशंकु की तरह सदेह स्वर्ग जाना चाहते हैं | इस महत कार्य में साहित्य पीडिया का योगदान सराहनीय है | इस भागीरथी प्रयास में हमारा भी कर्तब्य बनता है की हम भी अपने विवेक के नेत्र बंदकर साहित्य पीडिया का पूरा सहयोग करें | हमें इस सत्य को कदापि समर्थन नहीं देना चाहिए कि विद्वानों द्वारा की गयी प्रशंसा अयोग्यों द्वारा की गयी प्रशंसा से कहीं बेहतर है |
आदरणीय हरिकिशन जी आपके बहुमूल्य विचारों से अवगत हुए। धन्यवाद। आपकी बातों से लगा कि आप हम जैसे नवोदित लेखकों के लिए बेहतर मार्गदर्शन प्रदान कर सकते हैं। इसलिए आप हमारी कविता को अवश्य ही पढ़िये और यदि कोई सुझाव/सुधार हों तो अवश्य ही सूचित कीजिए। वोट या लाइक करने का आशय ये कदापि नहीं है कि आप उचित सलाह भी न दें। हम बिल्कुल भी बुरा नहीं मानेंगे यदि कविता पर आपकी टिप्पणी प्राप्त होगी तो हमें प्रसन्नता होगी और सीखने को भी मिलेगा। पुनः धन्यवाद
आदरणीय आपकी रचना स्वागत योग्य है परंतु काव्य प्रतियोगिता के 20 पंक्तियों के नियम का पालन करती प्रतीत नहीं हो रही है। आप अभी भी एडिट में जाकर सुधार कर सकते हैं।
आदरणीय आपकी रचना सराहनीय है कृपया आप हमें वोट करने की कृपा कीजिए रचनाकार नहीं कोई भी रचना बड़ी होती है और माॅ से जैसे विषय पर लिखी रचना को आपका प्रोत्साहन मिलना जरूरी है विनम्र निवेदन कृपया अपने वोट का आशीर्वाद प्रदान करें। आशा है आपका वोट अवश्य प्राप्त होगा धन्यवाद आदरणीय ‘‘बस तेरा ही जयकारा है’’