Dr Archana Gupta
Author
15 Jul 2016 10:15 AM
बंटी जी आज के दौर में आपकी बात सही है । लेकिन माता पिता सब जानकार पागल बनकर भी खुश रहते हैं । इसी को मोह कहते हैं ।
बहुत खूब ..क्या बात है
पर अपना अपना अनुभव है
मुझे लिखनी होती ये कविता तो कुछ इस तरह होती हे हे
”पागल हैं माता पिता ,दें खुशियों की खान
उनसा इस संसार में ,कोई नहीं महान..”