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In reply to Jay Prakash Nirala
22 Nov 2018 03:18 PM

आदरणीय जयप्रकाश जी सादर प्रणाम आदरणीय सुंदर शब्द संयोजन किया है आपने
हम अभिभूत हैं आपकी सहृदयता का। आपकी भावाव्यक्ति को अच्छा प्रोत्साहन मिल रहा है ये देखकर प्रसन्नता हुई। आपके सहयोग हमारे मन को हर्षित करने वाला है। बहुत आभार! विश्वास है प्रतियोगिता से हटकर भी आपका सहयोग एवं मार्गदर्शन हमें निरंतर मिलता रहेगा। बहुत आभार। मार्गदर्शन की अपेक्षा आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षाी। प्रार्थना में याद रखने का सादर निवेदन

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