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In reply to Sukhchain Mehra
20 Nov 2018 10:54 AM

जी अवश्य, हमने पहले ही कर दिया है फिर भी एक बार पुनः देख लेते हैं, आपको वोट करना तो बनता है जी। आदरणीय ये हमारा कर्तव्य भी है धन्यवाद। आपकी भावाव्यक्ति और शब्द संयोजन प्रोत्साहित करने वाला है। आपने माॅ जैसे पावन विषय पर लिखी रचना को सराहा और अपना वोट प्रदान किया। ये हमारा नहीं उस माॅ के प्रति सम्मान है और हम अभिभूत हैं कि माॅ पर चंद शब्द लिखकर अपने को धन्य कर सके। आपके प्रति आभार। आशीर्वाद और शुभकामनाओं का सदैव आकांक्षी

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