आदरणीय आपके वोट के लिए और इतनी गहराई से पढने और समीक्षा करने के लिए तहेदिल से शुक्रिया ।
और मैंने अपनी कविता द्वारा विभिन्न मानक लेकर माँ की सशक्तता, सकारात्मकता
पर ही प्रकाश डालना चाहती थी ।जैसे
गरीब-मजदूरवर्ग से संबंधित माँ,शराबी पति का संताप बहादुरी से झेलती माँ, और इतनी बेड़ियों से जकड़ी फिर भी इच्छा शक्ति के बल पर सभी बंधनों से आजाद स्वतंत्र माँ केवल माँ ।।
आदरणीय आपके वोट के लिए और इतनी गहराई से पढने और समीक्षा करने के लिए तहेदिल से शुक्रिया ।
और मैंने अपनी कविता द्वारा विभिन्न मानक लेकर माँ की सशक्तता, सकारात्मकता
पर ही प्रकाश डालना चाहती थी ।जैसे
गरीब-मजदूरवर्ग से संबंधित माँ,शराबी पति का संताप बहादुरी से झेलती माँ, और इतनी बेड़ियों से जकड़ी फिर भी इच्छा शक्ति के बल पर सभी बंधनों से आजाद स्वतंत्र माँ केवल माँ ।।