Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings

आदरणीय आपके वोट के लिए और इतनी गहराई से पढने और समीक्षा करने के लिए तहेदिल से शुक्रिया ।
और मैंने अपनी कविता द्वारा विभिन्न मानक लेकर माँ की सशक्तता, सकारात्मकता
पर ही प्रकाश डालना चाहती थी ।जैसे
गरीब-मजदूरवर्ग से संबंधित माँ,शराबी पति का संताप बहादुरी से झेलती माँ, और इतनी बेड़ियों से जकड़ी फिर भी इच्छा शक्ति के बल पर सभी बंधनों से आजाद स्वतंत्र माँ केवल माँ ।।

Loading...