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अहा कितना सुंदर गीत लिखा है वाह आनंद जी… वंदना लिखी है आपने.. नमन आपको, आपके कवि को, आपकी लेखनी को…. 57वा वोट मेरी तरफ आपको सादर…

कविवर… मेरी रचना पर अपनी विचक्षण दृष्टि रखें और सुंदर लगे हिय में हिलोर दे तो आप अपना स्नेह रूपी मत अवश्य दे…नंन

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