आनन्द बल्लभ
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14 Nov 2018 08:13 AM
आपको पूर्व में ही वोट कर चुका हूँ
फिराके हाथ सर पे मां करे जादू तू ऐसा क्या…. वाह वाह वाह,,, अद्भुत कह दिया आपने, नमन आपकी लेखनी को, भाव को…. सुंदर कविता हेतू बधाई, स्वीकारें… 4था मत मेरी तरफ से सादर स्वीकारें मेरी रचना… ” माँ वेदो के बोल हैं” पर भी दृष्टि डालकर स्नेह रूपी मत अवश्य दे… नमन
वाहहह वोट स्वीकार करें |मेरी रचना भी कृतार्थ करें