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👌बेहतरीन
मुद्दतों से जो उसे मुद्दे लिखने लगे..
कलम खुद ब खुद बयां करेंगे चंद अल्फाज जो जेहन में मचलने लगे
किसी को तो सामना करना होगा
बगावतें ए परचम कज़ा मेंहरबां तभी होगी जब कामयाबी ए आरजू तेरी होगी..
चल मुसाफिर थाम ले हसरतो का पैमाना.. मुस्तकबिल में हर ख्वाहिश कुबूल होगी

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