नमस्कार सर, आप गुरु हैं, शिष्य का मान ना बढाएं, गुरु द्वारा की गयी आलोचना ही शिष्य के लिए आशीर्वाद है। इसलिए आप मेरी लिखित रचना पर अपनी अलोचनात्मक समीक्षा जरूर करें।।
नमस्कार सर,
आप गुरु हैं, शिष्य का मान ना बढाएं, गुरु द्वारा की गयी आलोचना ही शिष्य के लिए आशीर्वाद है। इसलिए आप मेरी लिखित रचना पर अपनी अलोचनात्मक समीक्षा जरूर करें।।